कैंसिल नहीं किए चालान तो विधायक और आरटीओ का होगा घेराव- रुमित ठाकुर

स्वर्ण विरोधी नेताओं अब तुम अपनी खैर मनाओ… मदन ठाकुर

HNN / नाहन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समानता की बात करते हैं मगर प्रदेश में हितों की लड़ाई लड़ने वालों पर जयराम सरकार प्रताड़ना करती है। यह आरोप शुक्रवार को देवभूमि क्षेत्रीय संगठन देवभूमि स्वर्ण मोर्चा के द्वारा संयुक्त रूप से रखी गई पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश अध्यक्ष रूमित सिंह ठाकुर ने लगाए हैं। तो वही देवभूमि स्वर्ण मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मदन ठाकुर ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री से मांग रखे जाने के दौरान जिन बसों में कार्यकर्ता आए थे उन बसों के चालान अगर वापस ना दिए गए तो बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।

यहां बताना यह भी जरूरी है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के द्वारा पहले ही यह ऐलान कर दिया गया था कि धर्मशाला आने वाली बसों के चालान माफ कर दिए जाएंगे। इस पर मदन ठाकुर का कहना है कि अभी तक उन बसों के चालान वापिस नहीं किए गए हैं। उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि वे चालान भुगतने के लिए तैयार है, मगर चालान की राशि कम की जाए। मदन ठाकुर ने कहा कि उनकी करीब 100 बसों के चालान पूरे प्रदेश भर में आरटीओ और पुलिस के द्वारा किए गए।

उन्होंने कहा कि यह सब मुख्यमंत्री के इशारे पर ही हुआ है कि हर बस का चालान 25 से 30000 रूपये तक लगाया गया है। इस वार्ता में शामिल रहे देवभूमि क्षेत्रीय संगठन के अध्यक्ष रूमित सिंह ठाकुर ने कहा कि यदि 1 सप्ताह के भीतर बसों के चालान वापस नहीं लिए गए तो बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। यही नहीं संबंधित क्षेत्रों के आरटीओ और विधायकों का घेराव किया जाएगा। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि इसके साथ-साथ आरटीओ ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर किसी भी कर्मचारी को बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने 4 साल के कार्यकाल के पूरा होने पर जो जश्न मनाया उसमें शामिल सरकारी बसों के कारण प्रदेश को 16 करोड़ की चपत लगाई है।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इस घाटे की भरपाई कौन करेगा। उन्होंने कहा कि सैकड़ों बसें इस रैली में शामिल की गई मगर किसी का भी चालान नहीं हुआ। जबकि हक की मांग करने पहुंचे लोगों पर दमनकारी और तरह-तरह की प्रताड़ना लगाते हुए उनकी बसों तक के चालान किए गए। देवभूमि क्षेत्र संगठन और देवभूमि स्वर्ण मोर्चा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पंजाब के मुख्यमंत्री से सीखे। उन्होंने कहा कि जहां मुख्यमंत्री ने सामान्य वर्ग आयोग के गठन को लेकर 3 महीने का समय लिया है तो वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री ने सिर्फ अपने 4 महीने के कार्यकाल में ही आयोग का गठन कर डाला है।

उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री अनुसूचित वर्ग से संबंध रखते हैं बावजूद इसके उन्होंने समानता के अधिकार को तवज्जो देते हुए आयोग का गठन किया है। मदन ठाकुर व रूमित सिंह ठाकुर ने कहा कि वे जल्द ही पंजाब के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करने के लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार 3 महीने के अंदर सामान्य वर्ग आयोग का गठन नहीं करती है तो 68 विधानसभा क्षेत्रों में केसरिया लहरा दिया जाएगा। इसके साथ साथ हर कांग्रेसी और भाजपा के विधायक का घर से निकलना भी बंद करवा दिया जाएगा। प्रदेश में अगर महासंग्राम छिड़ा तो इसकी जिम्मेवारी मुख्यमंत्री सहित 68 के 68 विधायकों की होगी।

वार्ता में उन्होंने यह भी चेतावनी जारी कर दी कि अब जो विधानसभा क्षेत्र रिजर्व रखे गए हैं अगर उन्हें नहीं खोला गया तो 75 फ़ीसदी स्वर्ण वर्ग 2022 में कांग्रेस और भाजपा का सुपड़ा साफ कर देगा। बता दें कि देवभूमि क्षत्रिय संगठन और देवभूमि स्वर्ण मोर्चा धन्यवाद रैली के तहत शुक्रवार को नाहन पहुंचा था। इस दौरान सैकड़ों स्वर्ण वर्ग से जुड़े लोगों ने उनका स्वागत किया।

दोनों मोर्चा के अध्यक्षों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि हम सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे और सभी विधानसभा क्षेत्र में पंचायत स्तर पर कार्यकारिणियों का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चाहे मोदी हो चाहे जयराम ठाकुर या फिर आज तक रही कांग्रेस सरकार सब ने आरक्षित वर्ग का विकास किया बाकी का सत्यानाश किया है। वार्ता के दौरान जिला सिरमौर स्वर्ण मोर्चा और क्षेत्रीय संगठन के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी मौजूद रहे।


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