ग्रामीण क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास में सहकारी समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका- मुख्यमंत्री

HNN/ ऊना

सहकारी समितियां ग्रामीण क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के साथ-साथ सरकार द्वारा चलाई जा रही सार्वजनिक वितरण योजना, उर्वरक और कृषि उपकरणों के वितरण के प्रभावी कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने 68वें अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह के अवसर पर ऊना विधानसभा क्षेत्र के मैहतपुर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को सम्बोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि वर्ष 1892 में ऊना के पंजावर गांव में भारत की पहली सहकारी समिति का गठन हुआ। उन्होंने राज्य के लोगों से सहकारिता आंदोलन में समर्पण के साथ योगदान देने का आग्रह किया, ताकि राज्य सहकारिता के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना सके।

उन्होंने कहा कि सहकारिता सप्ताह का विषय सहकारिता से समृद्धि है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4843 विभिन्न प्रकार की सहकारी समितियां कार्यरत हैं, जिनमें 17.03 लाख सदस्यों के पास 490 करोड़ रुपये के शेयर, 32788 करोड़ रुपये कोलेट्रल और 42863.49 करोड़ रुपये कार्यशील पूंजी के रूप में हैं। जय राम ठाकुर ने इस अवसर पर राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम द्वारा अनुमोदित ऊना जिले के लिए 25.09 करोड़ रुपये की एकीकृत सहकारी विकास परियोजना का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस एकीकृत सहकारी परियोजना के क्रियान्वयन से जिले की 378 विभिन्न प्रकार की सहकारी संस्थाओं को अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, बुनियादी ढांचे के निर्माण, गोदामों के निर्माण और मरम्मत और उनकी कार्यशील पूंजी बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सहकारिता के महत्व को समझते हुए सहकारिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने 116 करोड़ रुपये लागत की 45 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन सभी परियोजनाओं से क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी।। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी के समय में भी राज्य ने यह सुनिश्चित किया कि विकास की गति निर्बाध चलती रहे। उन्होंने कहा कि पीजीआई का 450 करोड़ रुपये का सैटेलाइट केन्द्र, इंडियन आयल का 550 करोड़ रुपये का डिपू, ऊना में 35 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक बस अड्डा, 20 करोड़ रुपये का मातृ शिशु अस्पताल ऊना आदि परियोजनाओं को क्षेत्र के लोगों को समर्पित किया। उन्होंने पिछली सरकार पर राज्य के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया जबकि दूसरी ओर वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश और लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हिमकेयर, सहारा योजना, शगुन योजना जैसी योजनाएं जरूरतमंद और पात्र लोगों के लिए वरदान साबित हुई हैं, लेकिन यह सब विपक्ष को उपलब्धि नहीं लगती क्योंकि उनके लिए उपलब्धियां करोड़ों रुपये के घोटाले हैं।

 जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिमाचल प्रदेश के प्रति विशेष स्नेह से राज्य में विकास की गति को सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्य रूप से कृषि प्रधान राज्य है। प्रदेश सरकार ने पहली बार राज्य में सात खरीद मंडियां आरम्भ की हैं, जिससे राज्य के किसानों को लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सभी ऐसी प्राथमिक कृषि सेवा सहकारी सभाओं जिनके सभी सदस्य हिमाचली कृषक हैं, को जमीन खरीदने  व बेचने के सम्बन्ध में हिमाचल प्रदेश मुजारियत व भू-सुधार अधिनियम 1972 की धारा 118 को छूट देने के संदर्भ में शीघ्र ही नियमों में उचित प्रावधान करने के लिए पग उठाए जाएंगे। उन्होंने कर्मचारी कल्याण कोष पीएसीएस सेवा नियमावली के अन्तर्गत कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति सहायता राशि को दस वर्ष की सेवा पूर्ण करने के बाद एक लाख रुपये करने की घोषणा की। 

मुख्यमंत्री ने ऊना से सम्बन्ध रखने वाले पैरा-ओलम्पिक खिलाड़ी तथा टोक्यो में रजत पदक विजेता निषाद कुमार को भी एक करोड़ रुपये का चेक भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने इस अवसर पर निषाद कुमार को इस अनूठी उपलब्धि के लिए को बधाई दी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने ऊना विधानसभा क्षेत्र के मैहतपुर बसदेहरा में लगभग 116 करोड़ रुपये की 45 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री जलापूर्ति योजना वार्ड नंबर 10 मोहल्ला बैहली ऊना में 45 लाख ट्यूबवैल, जोन ए, बी और सी के लिए 2.50 करोड़ रुपये के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (0.75 एमएलडी), ईंट-भट्टे के समीप बेहदला में 52 लाख रुपये के ट्यूबवैल, बेहदला में बाग के समीप 47 लाख रुपये के ट्यूबवैल, ग्राम पंचायत जनकौर में 48 लाख रुपये के ट्यूबवैल, ग्राम पंचायत मलहाट (मोहल्ला लवाना) 45 लाख रुपये, ग्राम पंचायत बहारोलियां खुर्द के समीप 45 लाख रुपये के ट्यूबवैल, जलग्रां में 48 लाख रुपये के ट्यूबवैल और जलग्रां में 25 लाख रुपये से निर्मित कनिष्ठ अभियंता कार्यालय का उद्घाटन किया। 

जय राम ठाकुर ने ऊना में 3.74 करोड़ रुपये के ईवीएम और वीवीपीएटी भवन, दिलीप चंद के घर से शमशान घाट और चतरा से बनोर महादेव तक 2.58 करोड रुपये की लागत से सड़क का सुधार व चैड़ीकरण, 1.46 करोड़ रुपये की लागत से सहायक अभियंता कार्यालय एवं मैकेनिक वर्कशाॅप रामपुर, 83 लाख रुपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल सासां में चार क्लास रूम, राजकीय उच्च विद्यालय अजौली में 64 लाख रुपये की लागत से चार क्लास रूम, श्रम कार्यालय ऊना में 60 लाख रुपये से निर्मित अतिरिक्त खण्ड और 25 करोड़ रुपये की लागत के एकीकृत सहकारी विकास परियोजना जिला ऊना के उद्घाटन किए। 

मुख्यमंत्री ने ऊना शहर के 22.48 करोड रुपये के वर्षा जल, (जल निकासी), ऊना तहसील में जलापूर्ति योजना देहलां, महंत, बानगढ़ एवं रक्कड़ के 19.40 करोड़ रुपये संवर्द्धन कार्य, गांव छतरपुर दाहड़ा के लिए 1.07 करोड़ रुपये की अलग जलापूर्ति, 48 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना बेहदाला गोकुल दाम काॅलोनी के पास), 30 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना बानगढ़ पींगवाड़ी, जलापूर्ति योजना आरटीओ बैरियर मैहतपुर के समीप 40 लाख रुपये की जलापूर्ति योजनाख् 30 लाख रुपये की शिव मंदिर के समीप जखेड़ा जलापूर्ति योजना, 45 लाख रुपये की लागत से ग्राम पंचायत जलग्रां के लिए जलापूर्ति योजना, 30 लाख रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना लालसिंगी लोअर, 30 लाख रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना रायपुर सोहरन, 40 लाख रुपये की लागत से बस अड्डा ऊना के समीप जलापूर्ति योजना ऊना, 45 लाख रुपये की लागत से सनशाइन मैरिज पैलेस के समीप बेहदाला में टयूबवैल और 48 लाख रुपये की लागत से ग्राम पंचायत कुथड़ खुर्द में टयूबवैल, 50 लाख रुपये की लागत से ग्राम पंचायत चरतगढ़ में टयूबवैल और ग्राम पंचायत मलाहत में 44 लाख रुपये की लागत से टयूबवैल के शिलान्यास किये। 

जय राम ठाकुर ने 5.72 करोड़ रुपये की लागत से बदेहर सासण, उदयपुर तथा लमलेहड़ा पेखुबेल सड़क के सुधार तथा चैड़ा करने के कार्य, 3.46 करोड़ रुपये की लागत से बनगढ़ ननग्रां सड़क से गलालोर चैक से जखेड़ा वाया मोरबर सम्पर्क मार्ग से बास भबोर साहिब से पंजाब बार्डर भटोली शिव मन्दिर से रायजादा मोहल्ला रनोत मोहल्ला सड़क के सुधार तथा चैड़ा करने तथा 50 लाख रुपये की लागत से ऊना अजौली सड़क से चरतगढ़ ऊपरली सम्पर्क मार्ग पर टी-बीम पुल, 1.85 करोड़ रुपये की लागत से लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों के लिए छः टाइप-3 आवास, क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में 5.01 करोड़ रुपये की लागत से नए ओपीडी खण्ड, 92 लाख रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पीर-निगाह, 42 लाख रुपये की लागत से स्वास्थ्य उप-केन्द्र सनोली के भवन, 39 लाख रुपये की लागत से स्वास्थ्य उप-केन्द्र चतरपुर धाड़ा के भवन, 1.42 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय माॅडल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बेहदाला और 1.37 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय माध्यमिक पाठशाला जलग्रां (टाबा) में मिनी आउटडोर स्टेडियम तथा खेल मैदान की चारदिवारी का शिलान्यास किया। 

उन्होंने 4.52 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले जिला पंचायत अधिकारी ऊना के आवास तथा अधिकारियों व कर्मचारियों के स्टाफ आवास की आधारशिला रखी। उन्होंने अप्पर देहलन में 30 लाख रुपये लागत के मुख्यमंत्री लोक भवन, अमोल कालिया पैट्रोल पम्प मोहल्ला खड्डपुर, ऊना के पिछली तरफ 58 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पार्क और वार्ड नम्बर 4 चन्द्रलोक कालोनी ऊना में 31 लाख रुपये की लागत से बनने वाले पार्क की आधारशिलाएं भी रखीं। शहरी विकास एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य और देश के चहुंमुखी विकास के लिए सहकारिता आंदोलन को मजबूत करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 2605 ऋण सहकारी समितियां हैं, जिनमें से 2132 प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां, 456 बचत एवं ऋण सहकारी समितियां, एक राज्य सहकारी बैंक, दो जिला केंद्रीय सहकारी बैंक, दो कृषि ग्रामीण बैंक और पांच सहकारी समितियां हैं। 


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