जन्माष्टमी पर मां भंगायणी मंदिर में तीन हजार श्रद्धालुओं ने नवाया शीश

मंदिर सेवा समिति ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत बनाई व्यवस्था

HNN/ श्री रेणुका जी

जिला सिरमौर के हरिपुरधार स्थित प्रमुख शक्तिपीठ मां भंगायणी देवी मंदिर में जन्माष्टमी के उपलक्ष्य पर श्रद्धा का सैलाब जमकर उमड़ा। जन्माष्टमी के इस अवसर पर मां भंगायणी मंदिर में आसपास क्षेत्र की पंचायतों की दर्जनों पंचायतों सहित पड़ोसी राज्य के करीब तीन हजार के लगभग श्रद्धालुओं ने सोमवार को माता के दर्शन किए। मां भंगायणी देवी मंदिर सेवा समिति के संचालक ठाकुर बलबीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आज का दिन स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए बड़ा महत्वपूर्ण दिन होता है।

हर वर्ष मंदिर में भंडारे, प्रसाद आदि का वितरण भी व्यापक स्तर पर किया जाता है, मगर इस बार कोरोना प्रोटोकॉल के चलते भंडारा और प्रसाद वितरण व चढ़ाने आदि पर पूरी तरह से प्रबंधन समिति द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने बताया कि मंदिर में भारी जन सैलाब के देखते हुए पहले से ही तैयारियां कर ली गई थी। जिसमें स्थानीय पुलिस और मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा सोशल डिस्टेंस और मुंह पर मास्क आदि लगाए जाने को लेकर नियमों का सख्ती से पालन किया गया।

तो वहीं श्रद्धालुओं ने भी मंदिर सेवा समिति द्वारा किए गए प्रबंधों पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मां के दरबार में हाजरी दी। बता दें कि मां भंगायणी शक्ति स्वरुपा है और शिमला सहित प्रदेश के कई जिलों का प्रमुख आस्था का केंद्र भी है। मां भंगायणी मंदिर के मैनेजर मोहर सिंह राणा और सचिव रणबीर ठाकुर ने बताया कि जिला सिरमौर के प्रमुख शक्तिपीठ चूड़ेश्वर के दर्शनों से पहले मां भंगायणी के मंदिर में माथा टेकना और उनका आशीर्वाद लेना जरूरी माना जाता है।

हालांकि चूड़धार की यात्रा पर फिलहाल प्रशासन द्वारा भारी बारिश व भूस्खलन के चलते प्रतिबंध लगाया गया है। लिहाजा श्रद्धालुओं के द्वारा मां भंगायणी मंदिर से चूड़ेश्वर महाराज के दर्शन दूर से कर उनका आशीर्वाद लिया जा रहा है। वहीं मां भंगायणी मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष नैन सिंह और श्रद्धालू उजागर सिंह तोमर, बीर सिंह राणा, अनिल शर्मा आदि ने मंदिर में की गई विशेष पूर्जा अर्चना में माता से जल्द कोरोना का सर्वनाश करने के लिए प्रार्थना की।


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