बेटी है अनमोल योजना पर व्यय हुए 25.50 करोड़
HNN / काँगड़ा
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि वर्ष 2021-22 में ‘‘शगुन’’ नाम से नई योजना शुरू की गई है। जिसके अन्तर्गत अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा सामान्य वर्ग की बीपीएल परिवारों की बेटियों को विवाह के समय 31 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इस योजना के अन्तर्गत 50 करोड़ रुपये व्यय किये जाएंगे। सरवीन चौधरी ने कहा कि बेटी है अनमोल योजना के तहत लड़कियों को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए बेटी है अनमोल योजना कारगर भूमिका निभा रही है।
इस योजना से लड़कियों के प्रति नकारात्मक सोच भी बदलने लगी है । बेटी है अनमोल योजना में बीपीएल परिवार में जन्मी दो बेटियों तक सरकार ने 12000 रुपये से बढ़ाकर 21000 रुपये का अनुदान कर दिया है। गत 3 वर्षों में अब तक लगभग 77000 लाभार्थियों को 25. 50 करोड रुपए के लाभ प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा असहाय मातृ संबल योजना के तहत प्रदेश की गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही निस्सहाय परित्यक महिलाओं अथवा ऐसे निस्सहाय महिलाएं जिनकी वार्षिक आय 35000 से कम हो उनके दो नाबालिग बच्चों के पालन पोषण हेतु 6000 रुपये प्रति वर्ष प्रति बच्चा की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
उन्होंने बताया महिला एवं बाल विकास निदेशालय के अंतर्गत विकासखंड रैत में बाल विकास परियोजना द्वारा 61 पंचायतों की 282 आंगनबाड़ी केन्द्रो के माध्यम से महिलाओं एवं बच्चों को सरकार की अनेक योजनाओं में लाभान्वित किया जा रहा है। । बताया कि बेटी अनमोल के तहत 11 बेटियों को 1 लाख 32 हज़ार रुपये के एफडी प्रदान की गई तथा इस साल में कुल 109 बेटियों को 13 लाख 2 हज़ार रूपये 18 साल के लिए एफडी के रूप में प्रदान की जा चुके हैं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पहली गर्भावस्था पर 525 महिलाओं को 5 हज़ार की दर से 18 लाख 29 हज़ार वित्तीय लाभ प्रदान किए।